Projector का आविष्कार किसने और कब किया | Projector Kya Hai?

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Projector का आविष्कार 21 अप्रैल 1895 ईस्वी में किया गया था। प्रोजेक्टर के बारे में आपने भी कभी जरूर सुना या किसी समारोह में देखा होगा। अगर नही देखा लेकिन इसके बारे में सुना हैं तो बिलकुल भी चिंता ना करे, आज हम आपको प्रोजेक्टर के बारे में पूरी जानकारी विस्तार से बताने जा रहे हैं। यदि आप जानना चाहते हैं प्रोजेक्टर का आविष्कार किसने किया? और प्रोजेक्टर क्या हैं? या प्रोजेक्टर से संबंधित अन्य जानकारी तो लेख को पूरा जरूर पढ़े।

पहले कक्षाओं में ब्लैकबोर्ड का इस्तेमाल होता था लेकिन अब वो जमाना गया जहां ब्लैकबोर्ड का इस्तेमाल होता था। अब तकनीक विकसित होने के कारण ब्लैकबोर्ड के जगह पर प्रोजेक्टर का इस्तेमाल होने लगा। और यह सही भी हैं, जब शिक्षक ब्लैकबोर्ड पर छात्रों को कोई प्रश्न बताते थे तब उन्हे ब्लैकबोर्ड पर बताने में काफी समय लग जाता था।

वहीं अब इस प्रोजेक्टर के द्वारा शिक्षक कम सयम में अधिक छात्रो का Question Clear पर पाते हैं। इसके अलावा लोग अपने घरों में भी प्रोजेक्टर का इस्तेमाल करते हैं। अगर आप घर में प्रोजेक्टर लगाना चाहते हैं तब तो आपके लिए यह लेख अधिक उपयोगी होगा।

प्रोजेक्टर का आविष्कार किसने किया?

Projector का आविष्कार किसने किया?चार्ल्स फ्रांसिस जेनकिंस
Projector का आविष्कार कब हुआ?21 अप्रैल 1895
प्रोजेक्टर कितने प्रकार के होते हैं?मुख्य 3 प्रकार

प्रोजेक्टर का आविष्कार चार्ल्स फ्रांसिस जेनकिंस (Charles Francis Jenkins) ने अप्रैल 21, 1895 में किया था। इस आविष्कार से चित्र दिखाई जाती थी। इसका आविष्कार होने से काफी Field में काम आसान हो गया। जैसे शिक्षा, चिकित्सा, जैसे क्षेत्रों में इस्तेमाल होने लगा। इस सबके अलावा इसका इस्तेमाल सबसे ज्यादा मनोरंजन क्षेत्र में किया जाने लगा। पहले के प्रोजेक्टर और अभी जो प्रोजेक्टर मिलते हैं उनमें ज्यादा समानता नही हैं।

पहले जिस तकनीक का इस्तेमाल से प्रोजेक्टर बनाया जाता था उसमे Original मॉडल में Celluloid फिल्म के द्वारा Light को ब्लास्ट किया जाता था और उसमे छवि तथा साउंड को एक साथ जोड़ कर दिखाया जाता था। ऐसे तकनीक का इस्तेमाल अब नही किया जाता।

प्रोजेक्टर क्या हैं?

प्रोजेक्टर एक प्रकार का डिवाइस हैं इसे Electronic Device भी कहा जाता हैं इसका कार्य किसी छवि या वीडियो को बड़े स्क्रीन के रूप में किसी सफेद परदे या फिर दीवार पर दिखाना होता हैं। प्रोजेक्टर में जो लाइट होते हैं उसी की मतद से ये बड़े स्क्रीन के रूप में देखाता हैं। वैसे तो अभी के समय में हर कोई प्रोजेक्टर नाम से भलीभांती परिचित हैं लेकिन अगर आप अभी भी नही जानते कि प्रोजेक्टर क्या होते हैं? तो ऊपर पढ़ने के बाद आपको पता चल गया होगा। फिर हम आपको इसके बारे में फिर से बता देता हूँ। क्या पता आपने कभी प्रोजेक्टर को देखा हो लेकिन आप ये नही जानते की आखिर प्रोजेक्टर यही हैं-

अगर आप कभी सिनेमाघर में फिल्म देखने के लिए गए होंगे तो बड़े स्क्रीन पर जो फिल्म दिखाई जाती हैं वो प्रोजेक्टर के प्राकाश के द्वारा बड़ी Screen होते हैं। ज्यादातर प्रोजेक्टर का इस्तेमाल सिनेमाघरो में ही किया जाता हैं। इसके अलावा School, Office, Cinema House, and Theater क्षेत्र में सबसे अधिक होता हैं। प्रोजेक्ट को कप्यूटर से एक केवल द्वारा कनेक्ट कर, उससे निकलने वाली रौशनी को सफेद परदे पर डाला जाता हैं।

प्रोजेक्टर के प्रकार

वैसे तो प्रोजेक्टर के कई प्रकार होते हैं उन सबका अलग अलग जगहों पर इस्तेमाल किया जात हैं। लेकिन ये तीन प्रकार के प्रोजेक्टर का सबसे अधिक उपयोग किया जाता हैं। उन तीनों के बारे में हमने निचे बताया हैं उसे पढ़े-

  1. DLP : DLP technology से बना हुआ होता हैं। इसमे कई तरह के विशेषता दिये रहता हैं इस प्रोजेक्टर को सन 1987 में Texas Instruments द्वारा निर्माण किया गया था। जो Chip इसमे लगी होती हैं वो DMD Chip होती हैं और ये कई Millions tiny mirrors से बने हुए होते हैं, और इसमे एक Controls दिए जाते हैं जो करीबन 150x each second से लेकर 250x तक होते हैं।
  2. LCD : प्रोजेक्टर एक ऐसा प्रकार होता हैं जिसका यूज Video, Image और Computer डेटा को भी Display करने के लिए भी लगाया जाता हैं। और इसका Flat Surface में Show करने के लिए भी इस्तेमाल होता हैं। यह Slide Projector या Overhead Projector का आधुनिक Version होता हैं।
  3. CRT : “Cathode Ray Tube” होता हैं CRT का Full Form हैं यह सबसे अधिक इस्तेमाल की जाने वाली और सबसे बड़ा प्रोजेक्टर होता हैं। इसका उपयोग विद्दालय के auditorium या Music Bars में अधिकतर किया जाता हैं।

प्रोजेक्टर कैसे काम करता हैं?

जोभि प्रोजेक्टर में वीडियो, फोटो दिखाया जाता हैं उसे सॉफ्टवेयर प्रोग्राम में Upload किया जाता हैं। प्रोजेक्टर लाइट को उच्च तीव्रता में बाटकर छोटे पिक्सेल में Output निकलता हैं। इसके साथ 3 डिस्प्ले की सहायकता से चित्रित की जाती हैं और लाइट प्रिज्म से गुजर करके अलग अलग तरह के रंग दिखाता हैं। इसी तरह प्रोजेक्ट का इस्तेमाल करके किसी भी छोटे वीडियो या चित्र को बड़े परदे पर दिखाते हैं।

जिस तरह टीवी पर आप साफ वीडियो देखते हैं ठीक उसी तरह आप प्रोजेक्टर पर भी साफ साफ Video & Image देख सकते हैं। लेकिन इसकी एक असुविधा हैं। यह केवल दीवार या सफेद परदे पर ही दिखाती हैं।

प्रोजेक्टर में कैसा Lens लगते हैं?

Convex Lens प्रोजेक्टर में इस्तेमाल किया जाता हैं, ये दोनो ही साइड से Outerwards curved होता हैं अगर बताया गए तो ये Magnifying Lens ही Convex Lens होता। आपको बता दें कि जब प्रोजेक्टर की Light Pass की जाती हैं।

तब आपको वीडियो स्क्रीन पर देखने को मिलती हैं जोकि बहुत बड़ी होती हैं। लाइट पास होने के बाद प्रोजेक्टर एक छोटी ईमेज को बड़ी ईमेम बना कर प्रर्दशित करने में सक्षम होती हैं।

खरीदने के लिए अच्छा प्रोजेक्टर कौन हैं?

मार्केट में आपको ऐसे कई प्रोजेक्टर खरीदने के लिए मिल जाएगा, जिसमे अलग अलग क़िस्म के Functions दिए होते है, लेकिन हम कुछ ऐसे Projector के बारे में निचे बताने जा रहे हैं जिसमें ज्यादा Feature हो-

  • JVC DLA-X5900
  • Optoma HD39Darbee Special Edition
  • Optoma UHD65
  • Sony VPL-VW300ES
  • BenQ W1070+

पूछा गया प्रश्न (FAQ)

प्रोजेक्टर का पहला आविष्करक कौन था?

प्रथम प्रोजेक्टर आविष्कारक का श्रेय चार्ल्स फ्रांसिस जेनकिंस को जाता हैं।

प्रोजेक्टर का आविष्कार कब हुआ?

21, 1895 अप्रैल में प्रोजेक्टर का आविष्कार हुआ था।

पहला प्रोजेक्टर का आविष्कार कब हुआ था?

सबसे पहला प्रोजेक्टर का आविष्कार 21 अप्रैल 1895 ईस्वी में हुआ था।

निष्कर्ष

आपको यह लेख कैसा लगा हमे कमेंट करके जरूर बताये। जैसा की आपको पता ही हैं हमने आज Projector Ka Avishkar Kisne Kiya ये जाना हैं अगर आप इस लेख से संबंधित कोई अन्य जानकारी चाहते हैं तो हमे जरूर बताये, या फिर किसी दुसरी टॉपिक पर लेख चाहते हैं तोभी आप हमे बता सकते हैं हम आपके कहे अनुसार उस टॉपिक पर लेख जरूर लिखेंगे।

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