Sim का आविष्कार किसने किया और कब किया था?

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सिम कार्ड हमारे रोजमर्रा के जिन्दगी का एक प्रमुख हिस्सा बना चुका हैं एक सयम था जब लोग सिम कार्ड से परिचित नही थे उस वक्त कही बात करनी हो या संदेश पहुँचानी हो तो कई दिन लग जाते थे लेकिन आज टेक्नोलॉजी! कितना विकसित हो चुका हैं अगर किसी से बात करना हो तो मोबाइल फोन की सहायता से एक मिनट में कर सकते हैं जिस मोबाइल में सिम लगा होता हैं उसमे सिम की वजह से ही आप किसी को कॉल कर पाते हैं। आज हम आपको सिम कार्ड के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देने जा रहे हैं और लेख के अंत में आपको सिम से संबंधित कुछ ट्रिक्स भी बताया जाएगा।

सिम कार्ड का आविष्कार सन 1991 में जर्मनी के एक कंपनी Giesecke & Devrient ने किया था। आविष्कार तो जर्मनी के कंपनी द्वारा किया गया था परंतु सिम का इस्तेमाल इस कंपनी ने नही किया था मतलब यह की दुसरे कंट्री के एक कंपनी ने Radiolina Giesecke & Devrient से 300 सिम कार्ड खरीद लिया था जोकि विश्व में सबसे पहले आविष्कार किया गया वो सिम था। इस प्रकार वो कंपनी सिम का उपयोग नही कर सका जिस सिम कार्ड का उन्होंने आविष्कार किया था। पहले जो सिम कार्ड बनाया जाता था वो अभी के सिम कार्ड से बिलकुल अलग था वो तो टेक्नोलोजी इतना डिवेलप हुआ हैं जिन कारण से अभी हम Nano Sim का इस्तेमाल कर जा रहे हैं।

सिम कार्ड का आविष्कार कब और किसने किया?

सिम कार्ड का आविष्कार किसने किया?German
कब हुआ सिम कार्ड का आविष्कार1991
सिम कार्ड के प्रकार3

Sim का आविष्कार किसी एक व्यक्ति ने नही किया जो आपको बता दे कि सिम बनाने वाल व्यक्ति का नाम ये हैं। German कंपनी की पूरी टीम ने मिल कर सिम का आविष्कार किया था इसलिए सिम बनाने का श्रेय किसी एक इंसान को नही बल्कि Munich Smart Cart बनाने वाली कंपनी Giesecke & Devrient को जाता हैं और यही हमे सुमि भाटी भी बताती हैं। सिम आविष्कार के एक साल बाद ही कंपनी ने 300 सिम फ़िनलैंड की Wireless Orporating कंपनी रेडिओलिंजा को बेचा था जिस कारण दुनिया का पहला GMS Phone Call फ़िनलैंड कंपनी की नेटवर्क के द्वारा ही किया गया था।

सिम आविष्कार के कुछ महिने बाद ही सिम में बहोत बदलवा किया गया, जब सिम बनाया गया था तब उसका आकार कुछ Credit Card कितना बड़ा था लेकिन तकनीक के सहायात से इसका डिजाइन बहोत छोटा कर दिया गया हैं वर्तमान में जिनते भी सिम यूज किया जा रहा हैं वो सभी नैनो सिम हैं।

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सिम कार्ड क्या हैं?

सिमकार्ड का इस्तेमाल हम सभी लोग करते हैं और जबभी हम कोई नया फोन लेते हैं तो बिना सिम के फोन अधूरा रहता हैं सिम लगाने के बाद ही हम मोबाइल का यूज करना शुरू करते हैं। सिमकार्ड एक Electronic Chips होती हैं जिसे फोन में लगाते ही मोबाइल के System के साथ कनेक्ट हो जाता हैं उसके बाद ही हम किसी को कॉल कर पाते हैं। आपके मोबाइल में अलग-अलग कंपनी के सिम हो सकता हैं जिस भी कंपनी का सिम होते हैं उनके नजदीकी GSM Network के साथ कनेक्ट हो जाता हैं जिसकी वजह से आप किसी को Call, Massage & Internet चला पाते हैं।

सिम कार्ड कैसे काम करता हैं?

जैसा की आपको हम बता चुके हैं कि सिमकार्ड एक इलेक्ट्रनिक चिप होता हैं इसे मोबाइल फोन में लगाते हैं Mobile के सिस्टम के Connect हो जाता हैं। जोभी कम्पनी का सिम मोबाइल सिस्टम से कनेक्ट होते हैं उसके नजदीकी GSM नेक्टवर्क के साथ भी कनेक्ट हो जाते हैं GSM नेटवर्क फोन के ट्रांसलेटर से Singler सेंड करके कनेक्ट होते हैं। कनेक्ट होने के बाद ही किसी को भी कॉल कर और प्राप्त कर सकते हैं।

जबभी Mobile Number डायल किया जाता हैं तो वह अपने कंपनी के किसी नजदीकी जीएमएम नेटवर्क की सहायता से फोन की पहचान करता हैं और सैटलाइट की मदत से डायल किया गया नंबर का इन्फॉर्मशन सर्च करके उसे कनेक्ट करता हैं। इसी प्रकार किसी को कॉल, मैसेज और इंटरनेट चलाता हैं इन सबके अलावा भी सिम का अन्य जगह इस्तेमाल की जाती हैं।

सिमकार्ड के प्रकार कितने हैं?

सन 1991 में जब सिम का आविष्कार हुआ था तब सिमकार्ड के प्रकार सिर्फ एक हि हुआ करते थे लेकिन आजके वक्त में मुख्यरूप से सिम के तीन प्रकार हैं। मोबइल के सिम शॉकेट भी समान्यता: तीन प्रकार के होते हैं सिम के साइज के अनुकूल भिन्न भिन्न बनाया जाता हैं निचे हमने सिस के तिनो प्रकार के बारे में विस्तार से बताया हैं आप उसे पढ़े-

  1. Normal Sim: इस सिम का इस्तेमाल बटन वाले मोबाइल में किया जाता हैं इस सिमकार्ड का इस्तेमाल धीड़े धीड़े कम होते जा रहे हैं क्योकि यह सिम केवल छोटे मोबाइल में ही Support करता हैं अगर आप इस सिम से इंटरनेट चलाते हैं तो आपके Smart Phone में Internet नही चलेगा यदि आप एंड्रॉइड मोबाइल में चलाना चाहते हैं तो पहले आपको माइक्रो सिम या नैनो सिम में Convert करना पड़ेगा।
  2. Micro Sim: इस सिम का साइज Normal Sim के आधा होते हैं इस का उपयोग आप एंड्रॉइड फोन में कर सकते हैं लेकिन छोटे मोबाइल में नही कर सकते क्योकि इसके इलेक्ट्रॉनिक चिप नॉर्मल चिप के बाहर से एक प्लास्टिक की Border होती हैं।
  3. Nano Sim: नैनो सिम माइक्रो सिम का ही एक छोट़ा Version हैं सन 2012 में इसे बनाया गया और इसका आकार की बात करे तो 12.3×8×0.67 मिमी हैं। इस सिम का इस्तेमाल iphone Users करते हैं Android में भी इसका Use किया जाता हैं लेकिन ऐसे बहोत ही मोबइल हैं जिनमे इस सिम का इस्तेमाल किया जाता। यह तीनो सिम भले ही अलग हो परंतु तिनो का काम एक समान ही हैं। अभी तक हमने आपको केवल तीन प्रकार के ही सिम के बारे में बताए हैं सिम के एक ओर प्रकार हैं जिसे इ-सिम कहा जाता हैं निचे हम इसके बारे में भी बात कर लेते हैं।

eSim क्या हैं?

इ-सिम को Electronic Sim & Embedded Sim कहा जाता हैं ये नौनो सिमकार्ड से भी छोटी होती हैं। जब आप एक नया फोन देते हो तो उसमे एक अलग से सिम खरीद कर लगाते होंगे लेकिन इ-सिम मोबाइल के अंदर पहले से ही फिट कर दिया जाता हैं इसे अलग से किसी शॉप से खरीदा नही जाता हैं लेकिन इ-सिम को भी मोबाइल के नेटवर्क के साथ जोड़ना परता हैं।

इ-सिम वर्तमान में सभी मोबाइल में सपोर्ट नही करता हैं अर्थात eSIM को आईफोन में इस्तेमाल किया जा रहा हैं आईफोन में ई-सिम को पहले से ही सेट कर दिया जाता हैं और उसके साथ अन्य सिम भी लगाने का विकल्प उपलब्ध होते हैं एक ही आईफोन में एक ई-सिम और दुसरा अन्य कंपनी का सिम यूज कर सकते हैं। लेकिन जब आप अपने बोमाइल में इ-सिम लगाते हो तो उसी वक्त आपको किसी एक कंपनी की सदस्यता देना होगा।

यदि आप जियो कम्पनी के सदस्यता देते हो तो उसी कंपनी का नेटवर्क आपके फोन में चलेगा। ई-सिम में एक और विकल्प दिया जाता हैं जिसमे आप कंम्पनी बदल भी सकते हैं। खरीदते Time आपने जियो की सदस्यता के साथ ई-सिम को शुरू किया था लेकिन अब आप चाहते हैं Airtel कंम्पनी के साथ जुड़ना चाहते हैं तो आप बड़े ही आसानी से कर सकते हैं। यह सिम अभी आईफोन में सपोर्ट करता हैं लेकिन अगर Android User भी इसका लाभ उठे सकते तो अच्छा रहता।

सिम कार्ड के बारे में रोचक तथ्य

  • क्या आप जानते हैं सन 1991 विश्व की सबसे पहली की गई GSM Call आज प्रतिदिन करोड़ों कॉल्स की जाती हैं।
  • प्रथम बार एक व्यक्ति से दुसरे व्यक्ति तक SMS Massage वर्ष 1993 में भेजा था।
  • पहली बार नैनो सिमकार्ड 2012 में लॉच किया गया था।
  • अभी तो ई-सिम हर मोबाइल में सपोर्ट नही करता हैं लेकिन इसे 2013 में ही पेश किया गया।

पूछा गया प्रश्न (FAQ)

सिम का आविष्कार कब हुआ था?

सन 1991 में सिम कार्ड का आविष्कार हुआ था।

Sim की फुल फॉर्म क्या हैं?

सब्सक्राइब आइडेंटिटी मॉड्यूल होती हैं सिम की फुल फॉर्म, और सिम का दुसरा नाम भी इसे ही कहा जाता हैं।

भारत का सबसे अच्छा सिम कौन हैं?

अगर भारत का अच्छा सिम के बारे में आपको बताए तो ये दो सिम हैं अच्छा नेटवर्क प्रदान करती हैं Jio और Airtel

सिम की खोज किसने की थी?

ऐसा कहना बुलकुल भी सही नही हैं कि सिम की खोज किसी एक व्यक्ति ने किया था क्योकि 1991 ईस्वी German के एक कंपनी Giesecke और Devrient द्वारा किया गया था।

निष्कर्ष

आपको यह लेख कैसा लगा हमे कमेंट करके जरूर बताए और इस लेख को अपने दोस्तो एवं परिजनों के साथ जरूर शेयर करें। हमने आपको सिम कार्ड का आविष्कार किसने किया था? इसके अलावा भी अन्य जानकारी दिए हैं। अगर हम सिम कार्ड का इतिहास के बारे में आपको बताए तो इसका History वर्ष 1991 से शुरू होती हैं।

Sunil Paswan
Sunil Paswan
नमस्ते, मेरा नाम सुनील पासवान हैं और मैं फुल टाइम ब्लॉगिंग करता हूँ। मुझे अलग-अलग विषयों पर लेख लिखना पसंद है। हिंदी बंधन के माध्यम से आप सभी तक बेहतर जानकारी पहुंचाने को मैंने अपना जुनून बना लिया है! आशा करता हूँ आप अपना प्यार बनाये रखेंगे।

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