Train का आविष्कार किसने और कब किया?

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आप में से कई ऐसे लोग होंगे जिन्होंने ट्रेन से सफर जरूर किया होगा, बहुत कम लोग होंगे जिन्होंने अब तक ट्रेन से सफर नहीं किया होगा, ट्रेन के आविष्कार ने लोगों के सफर में काफी मदद की है। एक समय था जब लोगों को लम्बी यात्रा जाना पड़ता था तो जाने में बहुत समय लगता था, लेकिन ट्रेन के आविष्कार के कारण अब दुनिया में लंबी यात्रा के साधन बहुत आसान और सुविधाजनक हो गए हैं। ट्रेन का आविष्कार किसने किया आज हम इसी विषय पर बात करेंगे और इससे जुड़ी सभी जानकारी जानने की कोशिश करेंगे।

Train क्या है?

मुझे नहीं लगता कि ऐसा कोई व्यक्ति होगा जो ट्रेन के बारे में नहीं जानता होगा, लेकिन उनमें से कुछ के मन में यह सवाल हो सकता है कि ट्रेन क्या है, तो हम आपको बता दें कि ट्रेन दो शब्दों से मिलकर बनी है। रेल और गाड़ी, जिसका अर्थ है रेल पर चलने वाला वाहन होता हैं। यदि रेल या ट्रेन का अर्थ बताया जाए तो इसका अर्थ होता है ‘लौह पथ गामिनी’ होता है और इसका अर्थ होता है लोहे का रास्ता और इसका पूरा अर्थ होता है लोहे का रास्ता और लोहे की राह पर चलने वाली गामिनी।

गलगड़ी परिवहन का ऐसा साधन है जो 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलता है, जो आधुनिक समय में 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलता है। एक ट्रेन वाहनों की एक जुड़ी हुई श्रृंखला है जिसमें इंजन को छोड़कर 8 से 10 डिब्बे होते हैं। इसमें लगे पहिए लोहे के हैं। प्रतिदिन करोड़ों लोग बड़ी संख्या में यात्रा करते हैं।

ट्रेन का आविष्कार किसने किया था?

पहली रेलगाड़ी का आविष्कार ब्रिटेन के निवासी रिचर्ड ट्रेवेथक ने 21 फरवरी 1804 ई. को किया था जो भाप के इंजन द्वारा बनाई गई थी लेकिन कुछ खामियों के कारण यह आविष्कार उस समय सफल नहीं हो पाया था। उनके इस बहुमूल्य अविष्कार से वैज्ञानिकों को ट्रेन के इंजन का आविष्कार करने की प्रेरणा मिली।

इसके बाद 27 सितंबर 1825 को जॉर्ज स्टीफेंसन द्वारा भाप से चलने वाली पहली ट्रेन के आविष्कार को सफलतापूर्वक पूरा किया गया। इस आविष्कार में कई इंजीनियरों ने अपना बहुमूल्य योगदान दिया था और उस ट्रेन का नाम लोकोमोशन रखा गया।

जार्ज स्टीफेन्सन के बारे में जानकारी

स्टीफेंसन का जन्म 9 जून 1781 को हुआ था और उनकी माता का नाम माबेल और पिता का नाम रॉबर्ट था, वे अपने माता-पिता की दूसरी संतान थे। उनके माता-पिता दोनों ही अशिक्षित थे, उनके पास इतना पैसा नही था कि वे जॉर्ज स्टीफेंसन को स्कूल भेज सकें, लेकिन जॉर्ज की पढ़ाई में बहुत रुचि थी। 17 साल की उम्र में उन्होंने न्यूबर्न की एक कोयला खदान में काम करना शुरू किया। लेकिन बाद में न्यूकैसल क्षेत्र में ब्रेक्समैन की नौकरियां मिलीं। वह एक विशेषज्ञ भाप से चलने वाला इंजीनियर बन गया, जिसने 1811 में किलिंगवर्थ में हाई पिट में पंपिंग इंजन लगाया और 1825 में वजन से चलने वाली ट्रेन का आविष्कार किया।

Train का इतिहास – History of Train in Hindi

अगर ट्रेन का आविष्कार नहीं हुआ होता तो इतनी लंबी दूरी कम समय में तय करना संभव नहीं होता, हां, ये बात अलग है कि तकनीक के विकास की वजह से हम चंद घंटों में हवाई जहाज से लंबी दूरी तय कर लेते हैं लेकिन लोगों की यात्रा में सहायता प्रदान करने में ट्रेनों का भी बहुत बड़ा योगदान रहा है। आइए जानते हैं ट्रेन के इतिहास के बारे में।

Old Train

1912 में दुनिया की पहली डीजल इंजन से चलने वाली ट्रेन स्विटजरलैंड में हुई थी, अब रेलवे के इंजन डीजल और इलेक्ट्रॉनिक इंजन के जरिए ही आसानी से चल पाए हैं। इसी तरह बिजली से चलने वाली ट्रेन का निर्माण भी पूरा किया गया था और यह उस समय की ट्रेन से काफी बेहतर है। रॉबर्ट डेविडसन को इलेक्ट्रिक ट्रेन बनाने का श्रेय दिया जाता है, और उन्होंने 1837 में बैटरी से चलने वाले ट्रेल का भी आविष्कार किया था।

भारत में ट्रेन के आविष्कार की बात करें तो 16 अप्रैल 1853 को पहली बार मुंबई से ठाणे के बीच ट्रेन चलाई गई थी। वैसे तो रेलवे का राष्ट्रीयकरण 1951 में पूरा हो गया था, लेकिन हमारे देश में पहली बार अंग्रेजों द्वारा मुंबई जैसे महानगर में रेल यात्रा शुरू की गई थी। वर्तमान समय में हमारे देश में रेल नेटवर्क इतना बड़ा हो गया है कि सभी प्रमुख देश इस नेटवर्क में शामिल हो गए हैं।

अगर पुराने समय की ट्रेन की बात करें तो इसकी तुलना काफी बेहतर हो गई है। उस समय की ट्रेनें केवल 10 से 12 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चल सकती थीं, लेकिन अब इसकी सबसे अच्छी विशेषता का उपयोग किया जा रहा है, इसकी गति 500 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलती है, और आज भी इंजन में सुधार के लिए काम चल रहा है। और अन्य आवश्यक कार्यात्मकताएं।

ट्रेन के प्रकार

जब दुनिया की पहली ट्रेन का आविष्कार हुआ था, तब से उस अवधारणा के साथ, इंजीनियर ने ट्रेन की उपयोगिता के लिए 5 प्रकार की ट्रेनों का आविष्कार किया है। हम आपको उन पैच के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, जो आपके लिए उपयोगी साबित हो सकते हैं।

  1. भाप चालित ट्रेन (Steam Train) : इसका आविष्कार जार्ज स्टीफेन्सन द्वारा किया गया था।
  2. विद्युत रेलगाड़ी (Electric Train): यह सन 1937 में स्कॉटलैंड का रोबोट डेविडसन नामक व्यक्ति ने दुनिया का पहले Electic Train का आविष्कार किया।
  3. डीजल ट्रेन (Diesel Train): 1912 में स्विट्जरैंड में विंटरखुर-रोमनशोर्न रेवले लाइन पर इस ट्रेन का पहली बाक चलाई डई थी।
  4. High Speed Train: 1964 मेे यह रेलगाड़ी पहली बार जापान में चलाया गया था, उसके बाद यूरोप और अमेरिका में भी शुरू किया जाने लगा।
  5. Hydrogen Powered Train: सन 2018 में जर्मनी में सबसे पहले इसका शुरूआत किया गया था।

Conclusion

जैसा कि आप जानते ही होंगे कि आज हमने Train ka Avishkar Kisne Kiya के बारे में बात की है, अगर आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी उपयोगी लगती है, तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे, और इसी तरह के ज्ञानवर्धक लेख पढ़ने के लिए हमारे साथ जुडे़ रहें। अगर आप इस लेख के बारे में अपनी राय देना चाहते हैं तो आप कमेंट करके बता सकते हैं, इसके अलावा अगर आप किसी विषय पर जानकारी चाहते हैं तो भी आप हमें बता सकते हैं।

नमस्ते, मेरा नाम सुनील पासवान हैं और मैं फुल टाइम ब्लॉगिंग करता हूँ। मुझे अलग-अलग विषयों पर लेख लिखना पसंद है। हिंदी बंधन के माध्यम से आप सभी तक बेहतर जानकारी पहुंचाने को मैंने अपना जुनून बना लिया है! आशा करता हूँ आप अपना प्यार बनाये रखेंगे।

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