पैन्सी फूल और पौधे के बारे में पूरी जानकारी – Pansy Flower in Hindi

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Pansy Flower in Hindi पैन्सी का फूल जिन्हें हिंदी में बनफूल या पांसे भी कहा जाता है जिसका इस्तेमाल कई प्रकार की दवाइयां बनाने में भी किया जाता हैं उसके बारे में आज हम आपको जानकारी देंगे। आज हम आपको इस लेख में पैन्सी का फूल से जुड़ी पूरी जानकारी देने जा रहा है यदि आप अपने घर में Pansy Flower लगाना चाहते है तो कृपया लेख को पूरा पढ़ें और इसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करें।

पैन्सी फूल देखने में बेहद खूबसूरत होता है, जिसके कारण यह पूरी दुनिया में जाना जाता है और लोग अक्सर इसे अपने घरों की खूबसूरती बढ़ाने के लिए लगाते हैं, इसके अलावा बगीचों में भी बड़े पैमाने पर इसकी खेती की जाती है। मार्च से जून तक सबसे गर्म महीने होते हैं, इसलिए इन दिनों पैन्सी के फूल को शुरू में नहीं उगाया जाता है, लेकिन जब फूलों की किस्मों में सुधार होने लगता है तो यह हर तरह के मौसम को झेलने में सक्षम हो जाता है।

Pansy Flower in Hindi Highlight

सामान्य नामपैन्सी (Pansy)
वानस्पतिक नामViola tricolor var. hortensis
ऊंचाई15 से 30 सेंटीमीटर
प्रकारवार्षिक/ द्विवार्षिक
उत्पादकयूरोप तथा पूर्वी एशिया
रंगसफेद, नीले और लाल आदि
प्रजातियां500

पैन्सी फूल की जानकारी – About Pansy Flower in Hindi

पैन्सी फूल एक सुंदर फूल है जो आमतौर पर 2 से 3 इंच लंबा होता है, जिसमें सफेद, बैंगनी और नीले रंग के फूल के साथ इसमे 3 से 5 पंखुड़ियां होती हैं, जो अपनी सुंदरता से लोगों को आकर्षित करती हैं। फूलों के खिलने की बात करें तो यह वसंत ऋतु की शुरुआत है, जब शरद ऋतु के बाद पेड़ों में नए पत्ते आने लगते हैं, सर्दी जाने वाली होती है, सरसों पीली होती है और चारों ओर हरियाली होती है, तब यह फूल सबसे ज्यादा खिलता है।

पैन्सी फूलों की कई प्रजातियाँ हैं जो कई देशों में पाई जाती हैं जो मुख्य रूप से यूरोप और पूर्वी एशिया में पाई जाती हैं। इस फूल की प्रजाति के अनुसार अलग-अलग रूप हो सकते हैं, लेकिन पैन्सी की सामान्य प्रजाति 7 से 10 इंच तक हो सकती है। फूलों का उपयोग कार्यालय, आंगन और घर में सजावट के रूप में किया जाता है, इसके अलावा इसका उपयोग दीवार और मंच पर भी किया जाता है।

पैन्सी फूल का साइंटिफिक नाम Viola tricolor var. hertensis है। जिसकी खेती भारत में सबसे अधिक दक्षिण जैसे कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडू, गुजरात, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और केरल जैसे राज्यों में की जाती है। पैन्सी फूल को भी सुख-समृद्धि का प्रतिक माना जाता है, इसलिए इसे किसी को उपहार में भी दिया जाता है। यह फूल एक प्रकार का जंगली फूल है जो यूरोप और पश्चिमी एशिया में सबसे अधिक पाया जाता है इसलिए इसे बनफूल भी कहा जाता है। बनफूल का अर्थ एक ऐसा फूल है जो वन या जंगल के पेड़-पौधों में फूल खिलता है। अगर आप इस फूल को लगाना चाहते हैं तो आपको इसे उगाने के लिए ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं पड़ेगी आपको केवल थोड़ी सी देखभाल करनी होगी जब यह छोटा पौधा होगा उस समय आपको इसे पानी से बचा कर रखना होगा और धूप से भी। फूल आने की अवधि दो वर्ष होती है, जिसके बाद पौधे सूखने लगते हैं।

पैन्सी फूल का उपयोग

विभिन्न स्थानों पर पैन्सी फूलों का उपयोग किया जाता है। इसका उपयोग ज्यादातर घर और बगीचों की शोभा बढ़ाने के लिए किया जाता है इसके अलावा इसमें लगे पत्तों से हर्बल टी भी बनाई जाती है जो शरीर के स्वास्थ्य के लिए मददगार साबित होती है। इस फूल की त्वचा कई तरह के घावों को भरने और ठीक करने में दवा की तरह मददगार साबित होती है।

पौधे से निकलने वाली पत्तियों का उपयोग सूप बनाने, चर्म रोग जैसे रोगों को दूर करने, व्यंजनों का स्वाद और सुगंध बढ़ाने के लिए और कई रोगों के उपचार के रूप में किया जाता हैं यहां तक कि रोमांस को प्रेरित करने के लिए भी इसका उपयोग किया जाता हैं।

पैन्सी फूल का पौधा कैसे लगाएं

यदि आप अपने घर या ऑफिस के लिए पैन्सी फूल का पौधा लगाना चाहते है तो इसे लगाने का सबसे अच्छा समय सर्दियों (ठंड) का सीजन होता है जो मौसम विभाग के अनुसार जनवरी और फरवरी को माना जाता है। इसके बाद आपको एक गमला का जुगाड़ करना होगा, ध्यान रहे कि गमले का आकार लगभग 10 से 12 इंच का हो तो बेहतर रहेगा। अब गमला में एक छेद करदे ताकि गमले में पानी का रूकावट ना हो और पानी निकल सके।

अब बारी आती है उस मिट्टी की जिसमें आप पौधा तैयार करेंगे, तो मिट्टी आपको ऐसी तैयार करनी है जो उपजाऊ हो। आ चाहे तो उपजाऊ मिट्टी खुद से भी तैयार कर सकते है या फिर ऑनलाइन खरीद भी सकते हैं इसके अलावा खुद से तौयार करने के लिए 60% समान्य मिट्टी और 20% गोबर की पुरानी खाद इसके साथ ही 20 वर्मीकम्पोस्ट (केंचुआ खाद) का मिश्रण करके तैयार करना होगा।

मिट्टी मिलाने के बाद उसे गमले में डाल दें, अब आप पैन्सी फूलों के बीज लगा सकते हैं, याद रखें कि बीज लगाने की दूरी 2 से 4 इंच होनी चाहिए, साथ ही मिट्टी के अंदर सिर्फ 2 इंच ही रखें। बीज को मिट्टी के अंदर देने के बाद बीज को मिट्टी से एक इंच ऊपर ढक देना है, इसके बाद स्प्रे कैन से भरपूर पानी दें।

कुल मिलाकर यह पैन्सी के फूल लगाने की प्रक्रिया थी। पौधे के उगने की बात करें तो इसमें 10 से 15 दिन का समय लगता है, इन दिनों में आपको इसकी अच्छे से देखभाल करने की आवश्यकता होगी। फूल आने में चालीस से पचास दिन लगते हैं।

पैन्सी फूल के पौधे की देखभाल

यदि पौधे की ठीक से देखभाल न की जाए तो पौधा सूख सकता है या सड़ सकता है, इसलिए उसमें प्राप्त जल, धूप और खाद का उपयोग करना आवश्यक है। जब तक पौधा बड़ा न हो जाए तब तक उसे ऐसी जगह से दूर रखें जहां ज्यादा धूप आती हो यानी पौधे के बढ़ने तक कम धूप वाली जगह पर रखें। गर्मी के मौसम में रोज सुबह पानी दें, लेकिन पानी की धार बनाकर न दें।

कभी-कभी पौधे की जड़ों में कुछ दूरी पर गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट दें, इसका इस्तेमाल आप पौधे लगाने से पहले गमले में भी करें। जब पौधा बड़ा हो जाए और पत्तियां पूरी तरह से निकल जाएं और उन पत्तों पर किट तरंगें दिखाई देने लगे तो आप नीम के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। रोपण के दो महीने पूरे होने के बाद, महीने में एक बार एक चम्मच में NPK खाद डालें।

पैन्सी के पौधे को ट्रांसप्लांट करें

पैन्सी फूलों के पौधों को अंकुरित होने में दो सप्ताह तक का समय लग सकता है और जब वे लगभग चार इंच लंबे होते हैं, तो आपको पौधे को एक बड़े बर्तन में ले जाने की आवश्यकता होगी। इस प्रक्रिया में ग्रो बैग को पॉटिंग से भरना होगा, इसके बाद आप पौधे को निकालकर अपने मनचाहे किसी भी गमले में रख सकते हैं, लेकिन आपको एक बात हमेशा याद रखनी है कि पौधे को निकालते समय पौधे का जडे ना कटना चाहिए साथ ही जड़ें से मिट्टी को अलग भी ना करें। 7 से 12 इंच तक इतनी ही दूरी जरूरी है। गमले में पानी दें, सुबह धूप में रखें लेकिन दोपहर की गर्मी से दूर रखें।

पैन्सी के पौधे पर प्रूनिंग करें

Pruning Pansy

फूल के पौधे की समय से छंटाई करना भी जरूरी है। वास्तव में छंटाई एक बागवानी कहलाती है जिसके द्वारा पौधों के हिस्से जैसे पत्तियां, शाखाएं और डालियों को काट कर हटा दिया जाता है, यह प्रक्रिया पौधों के स्वस्थ विकास के लिए अनुकूल संरचना को संरक्षित करने में मदद करती है। जब पैन्सी फूल के पौधे की पत्तियाँ सूख जाती हैं तो उसे काटकर हटा देना चाहिए, अन्यथा पौधे की वृद्धि पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न और उनके उत्तर

Pansy Flower Meaning in Hindi

अगर इसका हिंदी अर्थ बताया जाए तो यह इच्छा या मनोकामना हो सकती है क्योंकि इस फूल को सुख-समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है। यह फूल उन लोगों को भी दिया जाता है जिनके सपने और मनोकामना पूरी होने की कामना की जाती है। आप इस फूल को उस व्यक्ति को भी दे सकते हैं जिससे आप सबसे ज्यादा प्यार करते हैं चाहे वह आपके परिवार का सदस्य हो या प्रेमी/प्रेमिका।

Pansy फूल को हिंदी में क्या कहते है?

इसे हिंदी मे लोग “बनफूल” कहते हैं।

पैन्सी फूल का Scientific Name?

“Viola tricolor var. hortensis” है पैन्सी Flower का वैज्ञानिक नाम

किस देश में पैन्सी फूल पाया जाता है?

यूरोप और पूर्वी एशिया में अधिक पाया जाता है इसके अलावा दुनिया के लगभग सभी हिस्सों में भी पाया जाता हैं।

पैन्सी के पौधे को धूप में रखना चाहिए या छांव में?

जब पौधा छोटा हो तब इसे हलकी छांव में रखना चाहिए लेकिन जब बड़े हो जाए तो ऐसी स्थान पर रख सकते है जहां सुबह और शाम धुप आती हों।

Note – मैंने अपनी तरफ से इस बारे में जानकारी देने की पूरी कोशिश की है, अगर मैं और कोई जानकारी नहीं दे सका तो हमें खेद है, लेकिन आप हमें बता सकते हैं कि लेख में और कौन सी जानकारी जोड़ने की जरूरत है। यदि लेख पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकते हैं।

पैन्सी फूल की लगभग 450 से 500 प्रजातियां हैं जिनमें से कुछ प्रजातिया WonderFall, Maroon black pansy, Pansy yellow, Nature Orange & White pansies etc. इस फूल की सभी प्रजातियों में अलग-अलग रंग के फूल होते हैं।

नमस्ते, मेरा नाम सुनील पासवान हैं और मैं फुल टाइम ब्लॉगिंग करता हूँ। मुझे अलग-अलग विषयों पर लेख लिखना पसंद है। हिंदी बंधन के माध्यम से आप सभी तक बेहतर जानकारी पहुंचाने को मैंने अपना जुनून बना लिया है! आशा करता हूँ आप अपना प्यार बनाये रखेंगे।

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