Daisy Flower in Hindi डेजी फूल एक ऐसा फूल होता है जो एक छोटा सा सफेद रंग का फूल होता है , इसके हिस्से पतले होते हैं और चारों तरफ सफेद रंग की छोटी-छोटी पत्तियाँ दिखाई देती हैं। आज हम डेजी फूल से जुड़ी पूरी जानकारी शेयर करने जा रहे हैं।
इस जानकारी में यह जानकारी भी शामिल होगी कि अगर आप इस फूल के पौधे लगाना चाहते है तो किन किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए जिससे पौधे स्वस्थ और खिल सके, आपको पौधे को देखभाल करने के पूरी तरीकों के बारे में भी बताया जाएगा इसलिए कृपया लेख को Conclusion Points तक जरूर पढ़े। Daisy Flower जिन्हें गुलबहार का फूल के नाम से भी जाना जाता है जिसके अंदर मंत्रमुग्ध कर लेने वाली सुगंध उपलब्ध होती है जिसके चलते लोग इसे अपने घरों की शोभा बढ़ाने के लिए घरों और बगीचों दोनों जगहों पर लगाते हैं, चलिए इसके बारे में अधिक जानने के लिए आर्टिकल पूरा पढ़ते हैं।
Daisy Flower Hightlight in Hindi
नाम | Daisy (डेज़ी) गुलबहार |
Sceintific Name | Bellis Perennis |
फूल का रंग | सफेद, हरी, गुलाबी, पर्पल, पीली इत्यादि |
प्रजाति | 4000 |
आयु | प्रजातियां और उनकी देखभाल पर निर्भर करती हैं। |
ऊंचाई | 4-5 फिट तक |
About Daisy Flower in Hindi – डेज़ी (गुलबहार) फूल के बारे में जानकारी
Daisy Flower यह एक अंग्रेजी नाम है, इसे हिंदी में गुलबहारी फूल के नाम से जाना जाता है, यह कम्पोजिटाई के डेज़ी परिवार से संबंधित है, इसका वैज्ञानिक नाम Bellis perennis है, जो दुनिया के सभी खूबसूरत फूलों के नामों की सूची में आता है। इस फूल का उपयोग घरों की सजावट के साथ-साथ बगीचे में भी किया जाता है, जिससे बगीचे की शोभा बढ़ जाती है, इसके अलावा इस फूल के गुलदस्ते तोहफे के रूप में तब लिए जाते हैं जब किसी के खुशी मनाया जाता है। डेज़ी फूल को मध्य यूरोप और उत्तरी यूरोप में मूल निवासी के रूप में भी जाना जाता है, डेज़ी फूल का उल्लेख यूरोप की प्राचीन कथाओं में मिलता है।
यह फूल सबसे अधिक सफेद और गुलाबी रंगों में पाया जाता है जो अपनी सफेद पंखुड़ियों को एक पीले क्रेंद्र से जोड़कर रखता है। गुलबहार के फूल बगीचों, सड़कों के आस पास और घास के मैदानों के बीच अधिकतर देखा जाता हैं जो देखने में बहुत ही आर्कषक लगता हैं। अगर बात करें Daisy शब्द के अर्थ के बारे में तो यह पवित्रता और मासूमियत से संबंधित है जिसकी उत्पति Daes Eage शब्दों से हुई है और इसका अर्थ Day Eyes (दिन की आंख) होता हैं जो फूल के गुणवत्ता से बिलकुल मिलता-जुलता है क्योंकि यह फूल सूर्य की पहली किरण के साथ खिलता हैं।
डेज़ी के फूलों की विभिन्न प्रजातियाँ पायी जाती हैं और प्रजातियों के अनुसार इसका पौधा 4 से 5 फिट तक ऊंचा होता है यह पौधा शाकाहारी पौधा की सूची में आता है वही इसकी पत्तियां हमेशा हरी भरी रहती है। डेज़ी फूल के पौधे लगाने का सही समय वसंत ऋतु होती है जो फरवरी से मार्च के बीच आता हैं। इसके पौधे को ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन दोनों प्रकार के ऋतु पसंद होते हैं लेकिन जहां सर्दि अधिक पायी जाती है वहां इसे पूर्ण धुप की अवश्यकता होती हैं।
डेज़ी फूल का उपयोग
डेज़ी के फूल के अंतर में विटामिन सी की भरपूर मात्रा देखी जाती है, जिसके कारण लोग इसके फूल और पत्तियों को भोजन के रूप में इस्तेमाल करते हैं, लेकिन ज्यादातर फूल और पत्तियों को सूप के रूप में बनाकर पिया जाता है, जो शरीर के लिए फायदेमंद साबित होता है। इसके अलावा फूलों की चाय भी पी जाती है जो खांसी के लिए दवा का काम करती है। इसका उपयोग आयुर्वेदिक दवाएं बनाने में भी किया जाता है। गुलदस्ते, उपहार, समारोहों में सजावट और कई अन्य क्षेत्रों में गुलदस्ते के फूलों का उपयोग किया जाता है।
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डेज़ी फूल का इतिहास
आज डेज़ी का फूल दुनिया भर के लोगों के बीच मासूमियत, सुंदरता, आशावाद, पवित्रता और युवावस्था के प्रतीक के रूप में प्रसिद्ध है, लेकिन जब इसके इतिहास या उत्पत्ति की बात आती है, तो इसकी उत्पत्ति एक आकर्षक है, वास्तव में यह लाखों साल पहले की बात है जो एक प्राचीन वाइल्डफ्लावर पूर्वज के साथ शुरू हुआ था।
तब यह एक साधारण सा दिखने वाला फूल था लेकिन इसमें सुंदरता मौजूद थी, इसके बाद यह फूल कई अलग-अलग किस्मों और रंगों में विकसित होने लगा, वह भी अपने मूल आकर्षण के साथ। डेज़ी शब्द का अर्थ पहले ही समझाया जा चुका है।
डेज़ी फूल को “आई ऑफ़ द डे” नाम से जाना जाता है, जो इस वाक्य का वर्णन करता है कि डेज़ी की पत्तियाँ दिन के दौरान खुलती हैं और रात में बंद हो जाती हैं। कुछ खुशनुमा मौकों को व्यक्त करने के लिए भी इस फूल का इस्तेमाल किया जाता है।
डेज़ी पौधे की प्रजातियां
गुलबहार पौधे की लगभग 4 हजार प्रजातियां धरती पर उपलब्ध है जिनका आकार और रंग प्रजातियों के अनुसार अलग-अलग होते हैं परंतु इंडिया में इसकी जो प्रजाति देखने को मिलती है उनमे सफेद और गुलाब रंग के अधिक पाए जाते हैं।

- पेरिस डेज़ी
- क्राउन डेज़ी
- स्वान नदी डेज़ी
- प्रेयरी डेज़ी
- स्पैनिश डेज़ी
- ब्लू डेज़ी
- टैटेरियन डेज़ी
- शास्ता डेज़ी
- ऑक्स-आई डेज़ी
- अफ्रीकी डेज़ी
जैसा कि हमने आपको बताया कि इसकी 4,000 प्रजातियां पाई जाती हैं, उन सभी के बारे में बता पाना थोड़ा मुश्किल होगा, लेकिन डेजी की 10 प्रजातियों के नाम ऊपर बताए गए हैं।
डेज़ी फूल का पौधा कैसे उगाएं
अगर आप अपने घरों में डेजी फूल उगाना चाहते हैं तो यहां फूल उगाने की पूरी जानकारी दी गई है, लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि इसे उगाने का तरीका हर किसी को नहीं पता होता है, जिससे डेजी फूल नहीं उग पाते हैं। इसके बारे में हम पूरी विधि बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।
डेज़ी सीड्स का समय | फरवरी से अप्रैल और सितम्बर से नवम्बर |
बीज लगाने का तरीका | ट्रांसप्लांटिंग या डायरेक्ट |
पॉटिंग मिक्स | मिट्टी 50%, गोबर खाद/वर्मी कम्पोस्ट 30%, रेत मिश्रण 10%, व कोकोपीट 10% |
मिट्टी में बीज का गहराई | 0.3-0.6 सेंटीमीटर |
बीज अंकुरित में मिट्टी का तापमान | 18-25ºC |
बीज अंकुरित अवधि | 7 से 21 दिनों तक |
मिट्टी का पीएच | 6-8 Ph रेंज वाली मिट्टी |
फूल खिलने का अवधि | 60 से 70 दिन |
Daisy Flower Seed | यहां से खरीदें |
- सही महीने का चयन करे: बीज बोने के लिए सही महीने का चुनाव करना जरूरी है, इसके बारे में हमने ऊपर बताया है, आप उसी महीने में बीज लगा सकते हैं।
- गमला का जुगाड़ करे: घर में फूल उगाने के लिए गमला जरूरी होता है, इसके बिना फूल लगाना मुश्किल होता है, इसलिए गमला खरीदना पड़ता है या आप कहीं से जुगाड़ कर सकते हैं।
- उपजाऊ मिट्टी तैयार करे: गमला के बाद उपजाऊ मिट्टी तैयार करना होगा और इसके बगीचे के सामान्य मिट्टी, गोबर का पुराना खाद दो हिस्सा और रेत का अच्छी तरह मिश्रण करके उपजाऊ मिट्टी तैयार कर सकते हैं।
- बीज को मिट्टी में दें: ऐसा करने के बाद बीज को मिट्टी के अंदर रोप दें और उसे मिट्टी से ढक दें, उसके बाद हल्के हाथ से पानी का छिड़काव करें, पानी के लिए स्प्रे हो तो बेहतर होगा और समय-समय पर पानी देते रहें।
डेज़ी फूल के पौधे की देखभाल
अगर पौधे में अधिक पानी दे दिया जाए तो वह गल सकता है या फिर पानी समय पर नही दिया जाए तो सूख भी सकता हैं इसलिए पौधे की देखभाल करना जरूरी हैं। तो चलिए जानते है गुलबहार फूल के पौधे को किस प्रकार देखभाल किया जाता है।
मिट्टी का चयन करते समय ऐसी मिट्टी का चुनाव करें जो अपने अंदर अधिक नमी बनाए रख सके। यह पौधा जाड़े के मौसम में अधिक उगता है और फूल जनवरी और फरवरी के महीने में सबसे ज्यादा खिलते हैं। पानी की बात करें तो यह पौधा गर्मी सहन नहीं कर पाता है, इस वजह से इसे रोजाना पानी देने की जरूरत होती है, जबकि सर्दियों में पानी की जरूरत नहीं होती है।
जब भी पानी दें तो सीधे पौधे की जड़ में न डालें और न ही फूल पर डालें क्योंकि इससे पत्तियां सड़ सकती हैं, दो या तीन हफ्ते बाद आप पौधे को पानी से धो भी सकते हैं। पौधे को सुबह के समय धूप में भी रखना चाहिए, धूप में ये फूल ज्यादा खिलते हैं।
डेज़ी फूल से जुड़ी मजेदार तथ्य
- डेज़ी फूल की खेती आसान है और इसे सामान्य मिट्टी में भी उगाया जा सकता है।
- डेज़ी का फूल एक सूर्यवंशी फूल है जिसे अपनी उपस्थिति के चलते सूर्य का फूल भी माना जाता हैं।
- गुलबहार के फूलों में एक साथ 100 से अधिक फूल हो सकते हैं, जिसके कारण इस फूल को जंगली फूल भी माना जाता है।
- यह फूल उस परिवार का है जिससे गेंदा और सूरजमुखी संबंधित हैं।
- क्या आप जानते हैं कि इसका उपयोग विशेष मित्रों और रोमांटिक अवसरों पर एक लोकप्रिय उपहार के रूप में भी किया जाता है?
डेज़ी फूल से जुड़ी प्रश्न और उत्तर – FAQ
Daisy Flower Meaning in Hindi
डेज़ी फ्लावर का हिंदी अर्थ “गुलाबी फूलों वाला एक पौधा” होता हैं।
Daisy Flower को हिंदी में क्या कहते हैं?
हिंदी में इसे “गुलबहार का फूल” कहा जाता हैं।
Daisy के पौधे में फूल क्यों नहीं आते है?
इसके फूल खिलने में तीन मुख्य कारण है फास्फोरस की कमी, नाइट्रोजन पोषक तत्वों की अधिक होना और पर्याप्त प्रकाश न मिलना
क्या डेज़ी के सभी फूल पीले ही होते हैं?
डेजी की सामान्य प्रजाति सफेद होती है, लेकिन इस फूल का रंग प्रजातियों के अनुसार अलग-अलग होता है।
डेज़ी फूल कहाँ से आए?
ये फूल दुनिया के सभी सात महाद्वीपों में आसानी से मिल जाते हैं लेकिन ये अंटार्कटिका में नहीं उगाए जाते हैं। यह यूरोप और एशिया के समशीतोष्ण क्षेत्रों का मूल निवासी है, हालांकि इसे पहली बार उत्तरी अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में पेश किया गया था।
Note – यह लेख Daisy Flower Information in Hindi से रिलेटेड जानकारी थी। यदि यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित हुआ है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ साझा कर सकते हैं, इसके अलावा यदि आपको लगता है कि लेख में किसी प्रकार का सुधार या अन्य जानकारी होना आवश्यक है, तो आप हमें कमेंट के माध्यम से बता सकते हैं।
डेज़ी फूल के बीच में एक छोटा पीला गोला होता है जिसे केंटर कहते हैं। यह फूल एक लोकप्रिय और बहुत ही सुंदर फूल है। इसका उपयोग बालकनियों और बगीचों की सजावट के साथ-साथ औषधीय गुणों में भी किया जाता है।