Bharat Ki Jansankhya Kitni Hai – अगर आपका यह सवाल है तो यह लेख आपके लिए महत्वपूर्ण होने वाला हैं। आज हम भारत की जनसंख्या के बारे में विस्तार से बात करने जा रहे हैं। आप चाहे 1951 में हुए पहली जनगणना के मुताबिक जनसंख्या के बारे में जानना चाहते हैं या फिर वर्तमान यानि 2023 की जनसंख्या के बारे में जानना चाहते हैं, इन दोनों ही स्थितियों में यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा।
भारत में हर 10 साल बाद जनगणना की जाती है, ताकि भारत की जनसंख्या का पता चल सके, लेकिन भारत में आखिरी बार जनगणना साल 2011 में की गई थी, उसके बाद साल 2021 में जनगणना होनी थी, लेकिन किसी कारण से यह नहीं हुआ और जनगणना की तिथि को आगे बढ़ा दिया गया है, जिससे जनसंख्या की सही जानकारी आधिकारिक तौर पर साझा नहीं की जा सकी है, लेकिन 2011 में हुई जनगणना और उससे पहले की जनगणना के अनुसार यह अंदाजा लगाना आसान हो गया है कि भारत में हर साल और दस साल में कितनी आबादी बढ़ सकती है तो चलिए जानते है कि 2023 में भारत की जनसंख्या कितनी है?
भारत की जनसंख्या कितनी है?
साल | 2023 |
जनसंख्या | 142 करोड़ |
2011 के अनुसार | 121 करोड़ |
1951 के अनुसार | 36 करोड़ |
अगला जनगणा | 2024 से पहले |
जैसा कि आपको बताया गया है कि जनगणना दस में एक बार होती है और 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में कुल जनसंख्या 121 करोड़ से कुछ अधिक थी, जिसमें पुरुषों की संख्या 6.23 करोड़ और महिलाओं की संख्या 5.875 करोड़ थी, इसके बाद 2021 में जनगणना का आयोजन किया गया था लेकिन कोविड महामारी के कारण जनगणना कर दिया गया जिससे वर्ष 2021 में जनसंख्या के संबंध में सही जानकारी नहीं मिल सकी।
आपको लग रहा होगा कि जब 2021 में जनगणना ही नहीं होगी तो मैं कैसे कह सकता हूं कि 2023 में भारत की जनसंख्या 142 करोड़ है, तो हम आपको बता दें कि पिछली जनगणना में बढ़ती जनसंख्या के आंकड़े का अनुमान लगाकर और सबसे सटीक जानकारी वोर्ल्डोमीटर द्वारा दी गई हैं।
भारत में 15वीं जनगणना 2011 में पूरी हुई और 16वीं जनगणना 2021 में होगी। भारत में पहली जनगणना 1872 में हुई थी, लेकिन समकालीन जनगणना की शुरुआत 1881 से मानी जाती है। जनगणना 1951 में भारत सरकार द्वारा आयोजित की गई थी और इसे पहली भारतीय जनगणना माना जाता है और तब से 2011 तक, कुल 7वीं भारतीय जनगणना की जा चुकी है। टेबल में बताया गया है कि अगला जनगणना 2024 से पहले, यानी भारत में अगली जनगणना कब होगी? 2021 में जनगणना रद्द होने के बाद दो से तीन बार जनगणना की तारीख दी गई लेकिन वह रद्द होती रही, अब बताया जा रहा है कि भारत में 2024 से पहले जनगणना की जाएगी।
Highlights of Indian Population 2023
लेख का विषय | भारत की जनसंख्या कितनी है? |
देश | भारत |
वर्ष | 2023 |
जनगणना क्यों की जाती है?
पूरी दुनिया में आज के समय में जनगणना कराने की परंपरा बन गई है परंतु जनगणना की शुरूआत कब और कैसी हुई थी इसके बारे में किसी को कोई सटीक जानकारी नही है परंतु जनगणना की अवश्यकता तक पड़ी होगी जब लोग बड़े बड़े समूहों में रहना शुरू किये होंगे। अगर 4000 साल पहले विश्व की जनसंख्या की बात करें, तो इस बारे में कोई आधिकारीक तौर पर जानकारी नही है परंतु विभिन्न इतिहासकारों के अनुमान के अनुसार मानना है कि उस दौरान विश्वि कि जनसंख्या 7 से 8 करोड़ रही होगी।
अलग-अलग समय पर जनगणना कराने के अलग-अलग कारण हो सकते हैं, पहले की बात करें तो जब राजाओं का शासन चल रहा था तब जनगणना इसलिए की जाती थी ताकि उसे पता चल सके कि कितने लोगों को युद्ध में भेजा जा सकता है और दूसरा जरूरत टैक्स जमा करने के लिए थी। बता दें कि जनगणना कराने के दो कारण थे, लेकिन वर्तमान में जनगणना क्यों की जाती है, इस पर भी बात करते हैं।
जनगणना एक महत्वपूर्ण आंकड़ों का संग्रह है इसके द्वारा उस देश की जीवनशैली, नागरिकों की आबादी, जातीय, शिक्षा और आर्थिक स्थिति इसके अलावा अन्य योजनाएं बनाने और उन्हें लागू करने में मदद मिलती हैं। गनगणना द्वारा देश में घढ़ते बढ़ते जनसंख्या की पता चलता हैं और इसके हिसाब से ऐसी योजनाएं बनायी जा सकती है जो आने वाले समय में लोगों की शिक्षा आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके। इससे जातिवाद, भेदभाव, लिंक और उपलब्धियों की असमानता जैसी समस्याओं का पता चलता है और इसे सुधारने के लिए भी ध्यान दिया जाता हैं। शहर या गांवों में रहने वाले व्यक्तियों का अनुपात के बारे में जानकारी प्राप्त किया जाता हैं।
भारत की जनसंख्या 1951 से 2023 तक
जब भारत ब्रिटिश शासन से आजाद हुआ तब से अब तक हुई सभी भारतीय जनगणनाओं के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं। आजादी के बाद पहली जनगणना 1951 में हुई थी तो चलिए अब तक हुए जनगणना के अनुसार भारत की जनसंख्या कितनी थी।
- पहली जनगणना 1951: पहली भारतीय गणराज्य जनगणना 10 फरवरी 1951 को शुरू हुए थी जिसमें भारत की कुल जनसंख्या 36.11 करोड़ थे और इसमें हिंदू 84.1%, मुस्लिम 9.49% , ईसाई 2.3%, सिख 1.89%, बुद्ध 0.74%, जैन 046% और अन्य 0.43% थी। हालांकि इससे भी पहले यानि ब्रिटिश शासन में भी जनगणना हो चूकी हैं।
- दूसरी जनगणना 1961: यह दूसरी जनगणना थी जो 1961 में हुई थी और इस वर्ष भारत की जनसंख्या 43.92 करोड़ थी और जनगणना 1 से 9 मार्च तक आयोजित किया गया था।
- तीसरी जनगणना 1971: इस वर्ष हुई जनगणना में 54.81 करोड़ की जनसंख्या से अधिक हो गया जिसमे हिन्दू 82.73% और मुस्लिम 11.21% साथ अन्य धर्मों के लोग अलग अलग प्रतिशत में अंकित किया गया था।
- चौथी जनगणना 1981: 1872 के अनुसार यह वर्ष की 12वीं जनगणना थी जिससे भारत में रहने वाले विभिन्न धर्मों के लोगों का प्रतिशत भी ज्ञात होता था। 1981 की जनगणना के अनुसार यहां की आबादी 68.64 करोड़ थी, जिसमें विभिन्न धर्मों के लोग शामिल थे।
- पांचवीं जनगणना 1991: जम्मू-कश्मीर मुद्दे पर चल रहे विवाद के कारण इस साल जम्मू-कश्मीर को भारतीय जनगणना कार्यक्रम से बाहर रखा गया था। भारत में प्रगणकों की संख्या 1,6 मिलियन थी।
- छठी जनगणना 2001: जनगणना के अनुसार इस वर्ष जनसंख्या 102.87 करोड़ थी, जिसमें पुरुषों की संख्या 532,223,090 तथा महिलाओं की संख्या 496,514,397 करोड़ थी।
- सातवीं जनगणना 2011: बता दें कि भारत में हुए जनगणना के मुताबिक 121.0.1 करोड़ की जनसंख्या है और इससे यह बहुत आसान हो गया है कि कितने प्रतिशत लोग किस धर्म के हैं।
इंडिया की जनसंख्या 1951 से लेकर 2023 तक तालिका में
क्रम संख्या | जनगणना का वर्ष | टोटल जनसंख्या |
---|---|---|
1 | 1951 | 361,088,090 |
2 | 1961 | 438,936,918 |
3 | 1971 | 438,936,918 |
4 | 1981 | 683,329,900 |
5 | 1991 | 838,583,988 |
6 | 2001 | 1,028,737,436 |
7 | 2011 | 1,028,737,436 |
8 | 2023 | जनगणना अभी नही हुई है |
विभिन्न धर्मों के अनुसार भारत की जनसंख्या
जनगणना वर्ष | हिन्दू | मुस्लिम | ईसाई | सिख | पारसी | बौद्ध | जैन | अन्य |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|
1951 | 84.1% | 9.8% | 2.3% | 1.89% | – | 0.74% | 0.46% | 0.43% |
1961 | 83.45% | 10.69% | 2.44% | 1.79% | 0.09% | 0.74% | 0.46% | 0.43% |
1971 | 82.73% | 11.21% | 2.60% | 1.89% | 0.09% | 0.70% | 0.48% | 0.41% |
1981 | 82.30% | 11.21% | 2.44% | 1.92% | 0.09% | 0.70% | 0.48% | 0.42% |
1991 | 81.53% | 12.61% | 2.32% | 1.94% | 0.08% | 0.77% | 0.40% | 0.44% |
2001 | 80.45% | 13.4% | 2% | 1.89% | 0.09% | 0.74% | 0.46% | 0.44% |
2011 | 79.80 % | 14.23% | 2.30% | 1.72% | 0.09% | 0.70% | 0.37% | 0.9% |
भारत के सभी राज्यों की जनसंख्या
रैंक | सभी राज्यों के नाम | 2011 जनसंख्या | 2023 की अनुमानित जनसंख्या | 2011 भारत की जनसंख्या में प्रतिशत |
---|---|---|---|---|
01 | उत्तर प्रदेश | 199,812,341 | 231,502,578 | 16.51% |
02 | महाराष्ट्र | 112,374,333 | 124,904,071 | 9.28% |
03 | बिहार | 104,099,452 | 128,500,364 | 8.6% |
04 | पश्चिम बंगाल | 91,276,115 | 100,896,618 | 7.54% |
05 | मध्य प्रदेश | 72,626,809 | 85,002,417 | 6% |
06 | तमिलनाडु | 72,147,030 | 83,697,770 | 5.96% |
07 | राजस्थान | 68,548,437 | 79,502,477 | 5.66% |
08 | कर्नाटक | 61,095,297 | 69,599,762 | 5.05% |
09 | गुजरात | 60,439,692 | 70,400,153 | 4.99% |
10 | आंध्र प्रदेश | 49,577,103 | 91,702,478 | 4.08% |
11 | उड़ीसा | 41,974,218 | 47,099,270 | 3.47% |
12 | तेलंगाना | 35,003,674 | 4 करोड़ | 2.89% |
13 | केरल | 33,406,061 | 34,698,876 | 2.76% |
14 | झारखंड | 32,988,134 | 40,100,376 | 2.73% |
15 | असम | 31,205,576 | 35,998,752 | 2.58% |
16 | पंजाब | 27,743,338 | 30,501,026 | 2.29% |
17 | छत्तीसगढ़ | 25,545,198 | 32,199,722 | 2.11% |
18 | हरियाणा | 25,351,462 | 28,900,667 | 2.09% |
19 | उत्तराखंड | 10,086,292 | 11,700,099 | 0.83% |
20 | हिमाचल प्रदेश | 6,864,602 | 7,503,010 | 0.57% |
21 | त्रिपुरा | 3,673,917 | 4,184,959 | 0.3% |
22 | मेघालय | 2,966,889 | 3,772,103 | 0.25% |
23 | मणिपुर | 2,570,390 | 3,436,948 | 0.21% |
24 | नागालैंड | 1,978,502 | 2,073,074 | 0.16% |
25 | गोवा | 1,458,545 | 1,521,992 | 0.12% |
26 | अरुणाचल प्रदेश | 1,383,727 | 1,711,947 | 0.11% |
27 | मिजोरम | 1,097,206 | 1,308,967 | 0.09% |
28 | सिक्किम | 610,577 | 658,019 | 0.05% |
भारत की जनसंख्या से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बातें
- कोविड महामारी के कारण केन्द्रीय वित्त मंत्री ने बताया कि 2021 में जनगणना डिजिटल द्वारा होगी मगर ऐसा नही हुआ।
- भारत कr जनसंख्या के बीच असमानता देखने को मिलती है जहां कुछ राज्य में कम जनसंख्या है तो कुछ में अधिक
- भारत में जिस तेजी से जनसंख्या वृद्धि हो रही है उससे उम्मीद की जा रही है कि बहुत जल्द भारत चीन को पीछे छोड़कर दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा।
- आप जानते हैं कि जनगणना 10 साल बाद होती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि नीति निर्माण में जनगणना का बहुत महत्व होता है।
- पूरी दुनिया की आबादी में भारतीयों की हिस्सेदारी 19.9% है और इस हिसाब से 100 में से 18 लोग भारत के निवासी हैं।
- जनसंख्या के मामले में भारत दुनिया में चीन के बाद दूसरे नंबर पर है, लेकिन ऐसा लगता है कि भारत चीन को पीछे छोड़ देगा।
- अगर आपको जनसंख्या का लाइव काउंट देखना हो तो worldometers वेबसाइट पर देख सकते हैं।
- जनगणना के मुताबिक भारत से सबसे अधिक आबादी उत्तर प्रदेश में हैं।
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भारत की जनसंख्या से जुड़ी कुछ प्रश्न उत्तर
2023 में भारत की आबादी कितनी है?
अप्रैल 2023 में इंडिया की जनसंख्या 142.8 करोड़ हो गई हैं।
क्या भारत जनसंख्या में नंबर 1 है?
कुछ दिन पहले आई रिपोर्ट के अनुसार भारत की जनसंख्या बढ़कर 142.8 करोड़ हो गई है इस रिपोर्ट के अनुसार भारत जनसंख्या में नंबर 1 पर आ गया है।
आज विश्व में सबसे अधिक जनसंख्या किसकी है?
यह रिपोर्ट तैयार की गई है जिसमें भारत की जनसंख्या 142.8 करोड़ और चीन की जनसंख्या 142.5 करोड़ है और इस आंकड़े के अनुसार भारत दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन गया है लेकिन आधिकारिक तौर पर आज भी चीन को सबसे बड़ी आबादी वाला देश माना जाता है।
भारत की पहली जनगणना कब हुई थी?
भारत में पहली जनगणना 1872 में हुई और पहली जनगणना भारत की आजादी के बाद 1951 में हुई।
भारत में सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला जिला कौन सा है?
पश्चिम बंगाल का एक जिला उत्तर 24 परगना जिसकी आबादी 1.1 करोड़ हैं।
सबसे अधिक जनसंख्या वाला केंद्र शासित प्रदेश कौन सा है?
दिल्ली देश का सबसे अधिक जनसंख्या वाला केंद्र शासित प्रदेश में से एक है।
इस वर्ष भारत में कौन सी जनगणना होगी
15वीं जनगणना 2011 में हुई थी उसके बाद अप्रैल 2023 तक जनगणना नहीं हुई है जब होगी तब 16वीं जनगणना होगी।
जनसंख्या के मामले में भारत चीन से कब आगे निकल गया?
2023 में ही हमें चीन से अधिक जन संख्या देखने को मिली है परंतु इसे officially घोषित नही किया गया है।
नोट कीजिए: भारत में 2011 से जनगणना नहीं हुई है इसलिए हमने आपको 2023 की जनसंख्या के बारे में जो जानकारी बताई है वह जानकारी एक अनुमानित और वोर्ल्डोमीटर वेबसाइट से लिया गया हैंष अगर आपको पता नही है कि वोर्ल्डोमीटर क्या है तो आपको बता दें कि यह एक वेबसाइट है जहां विश्व की जनसंख्या लाइव काउनड होती हैं।
हमने आपको भारत की जनसंख्या से संबंधित पूरी जानकारी यहाँ प्रदान करने की पूरी कोशिश की है और अगर आपको यह लेख पसंद आया है तो इसे अपने दोस्तों के साथ ज़रूर शेयर करें और अगर आपको लेख में कोई त्रुटि नज़र आती है या कोई संदेह है तो आप हमारे साथ साझा कर सकते हैं।
भारत में जब अगला जनगणना किया जाएगा तब इस लेख को अपडेट किया जाएगा। आप अपना प्यार बनाए रखें हम आपके लिए इसी तरह का आर्टिकल लाते रहेंगे, आप हमारे साथ टेलीग्राम पर जुड़ कर मित्र बन सकते हैं।