RBI का Union Bank पर ₹63.60 लाख का भारी जुर्माना: क्या ग्राहकों के पैसे पर होगा असर? RBI Union Bank Fine

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By Kalpesh Sharma

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RBI Union Bank Fine : भारतीय रिज़र्व बैंक का यूनियन बैंक ऑफ इंडिया पर बड़ा एक्शन: ₹63.60 लाख का जुर्माना! जानिए क्यों

नई दिल्ली: अगर आपका खाता यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में है तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकती है।

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने एक बार फिर नियमों को लेकर सख्त रुख अपनाया है और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया पर ₹63.60 लाख का भारी-भरकम जुर्माना लगाया है।

यह कार्रवाई बैंकिंग नियमों की अनदेखी करने के कारण की गई है। हालांकि, ग्राहकों के लिए अच्छी खबर यह है कि उनका पैसा बैंक में पूरी तरह से सुरक्षित है और इस जुर्माने का उनकी सेवाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

RBI Union Bank Fine

आरबीआई की रिपोर्ट के अनुसार, यूनियन बैंक ने दो प्रमुख नियमों का उल्लंघन किया है, जिनके कारण यह आरबीआई एक्शन लिया गया है।

  1. DEAF फंड में राशि ट्रांसफर न करना: पहला उल्लंघन यह था कि बैंक ने उन राशियों को समय पर DEAF फंड (Depositor Education and Awareness Fund) में ट्रांसफर नहीं किया।
    • यह फंड निष्क्रिय खातों (Inactive Accounts) से संबंधित होता है। DEAF फंड का मुख्य मकसद यह सुनिश्चित करना है कि अगर कोई खाता लंबे समय तक इनएक्टिव रहता है, तो उसमें जमा राशि सुरक्षित तरीके से इस फंड में ट्रांसफर कर दी जाए। यूनियन बैंक ने इस प्रक्रिया को तय समयसीमा के भीतर पूरा नहीं किया।
  2. कृषि लोन पर जमानत मांगना: दूसरा गंभीर उल्लंघन कृषि लोन (Agricultural Loan) से जुड़ा है। यूनियन बैंक ने ₹1.60 लाख तक के कृषि लोन के लिए भी ग्राहकों से जमानत (Collateral) मांगी। जबकि आरबीआई के नियम स्पष्ट रूप से कहते हैं कि इस राशि तक के कृषि लोन बिना किसी गारंटी के दिए जाने चाहिए।
    • इस नियम का उद्देश्य छोटे किसानों को बिना अपनी संपत्ति गिरवी रखे आसानी से लोन उपलब्ध कराना है ताकि वे खेती-बाड़ी का काम सुचारू रूप से चला सकें। बैंक की यह लापरवाही सीधे तौर पर किसानों के हितों के खिलाफ थी और उन्हें नुकसान पहुंचा सकती थी।
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आरबीआई ने इन दोनों ही मामलों को गंभीर नियमों का उल्लंघन माना है, जिसके परिणामस्वरूप यूनियन बैंक पर यह जुर्माना लगाया गया है।

आरबीआई ने यह कार्रवाई यूनियन बैंक के मार्च 2023 और मार्च 2024 के सालाना निरीक्षण (Statutory Inspection) के निष्कर्षों के आधार पर की है।

इस निरीक्षण में यह स्पष्ट रूप से सामने आया कि बैंक ने ग्राहक हितों से जुड़े नियमों को नजरअंदाज किया, जिसमें DEAF फंड में राशि ट्रांसफर करने का मामला प्रमुख था।

आरबीआई ने इस जुर्माने के साथ ही यह भी साफ कर दिया है कि यह कार्रवाई केवल नियमों के पालन में पाई गई कमी को लेकर है। इसका

यूनियन बैंक के ग्राहकों पर या उनकी बैंकिंग सर्विस पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ेगा। ग्राहकों का पैसा पूरी तरह से सुरक्षित है और उन्हें इस आरबीआई एक्शन से चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है।

इस तरह की आरबीआई कार्रवाई बैंकिंग सिस्टम में पारदर्शिता (Transparency) और जवाबदेही बनाए रखने के लिए अत्यंत आवश्यक है। आरबीआई द्वारा बैंकों पर जुर्माना लगाना केवल एक बैंक के लिए नहीं, बल्कि पूरे बैंकिंग क्षेत्र के लिए एक चेतावनी का काम करता है।

यह अन्य बैंकों को भी नियमों का सख्ती से पालन करने और ग्राहक हितों की अनदेखी करने से रोकता है। यह बैंकिंग प्रणाली की विश्वसनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करता है।

  • भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया पर ₹63.60 लाख का जुर्माना लगाया है।
  • जुर्माना बैंकिंग नियमों के उल्लंघन के लिए लगाया गया है।
  • उल्लंघन में निष्क्रिय खातों की राशि को DEAF फंड में समय पर ट्रांसफर न करना और ₹1.60 लाख तक के कृषि लोन पर जमानत मांगना शामिल है।
  • यह कार्रवाई यूनियन बैंक के मार्च 2023 और मार्च 2024 के सालाना निरीक्षण पर आधारित है।
  • इस कार्रवाई का ग्राहकों के पैसे या बैंक की बैंकिंग सर्विस पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा; ग्राहकों का पैसा पूरी तरह सुरक्षित है।
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(यह तथ्य जांच दिए गए स्रोत में उपलब्ध जानकारी पर आधारित है। किसी भी वित्तीय निर्णय से पहले, नवीनतम और सटीक जानकारी के लिए कृपया सीधे संबंधित बैंक या आरबीआई की आधिकारिक वेबसाइट देखें।)

यह आरबीआई एक्शन एक महत्वपूर्ण कदम है जो यह दर्शाता है कि केंद्रीय बैंक वित्तीय प्रणाली में नियमों के पालन को लेकर कितना गंभीर है।

यूनियन बैंक को अब यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में ऐसे उल्लंघन न हों।

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